Thursday 23 June 2011

ताँगे पर तबेला

गांवो में आज भी शान की सवारी तांगा ही  माना जाता है जिससे लोग हाट, बाज़ार जाया करते हैं, आराम से बच्चे अपने पिता, दादा के साथ घूम आते हैं इतना ही नहीं वे कभी-कभी ताँगे पर तबेला लाद लेट हैं !

एक परिवार नीलगाय का...

लोग कह रहे हैं की नीलगायों की संख्या में लगातार बृद्धि हो रही है वे बस्तियों के करीब आने लगी हैं, जबकि  वास्तविकता यह है की वे नहीं ... लोग  स्वयं उनके करीब जा रहे हैं,  हम लगातार जंगल उजाड़ रहे हैं,  हम अपने स्वार्थ के लिए जल, जंगल और जमीन का उपभोग कर रहे हैं ! ऐसे में क्या करेगा एक  परिवार नीलगाय का !




Tuesday 21 June 2011

बैलों का मेला

 
 यह बैलों का मशहूर मेला है जो कोड़ा जहानाबाद, जिला फतेहपुर  के शीर बाग़ बगीचे  में लगा है, इसे शेयर किया है विवेक मिश्र ने  जो जनमोर्चा अखबार बरेली के फोटोजर्नलिस्ट हैं...मोबाइल नंबर--९८३७८८८१०३...